Childhood Piles
Common Reasons For Childhood Piles, Their Symptoms And Treatment?
April 18, 2023

Piles: Prevention And Treatments

Piles Treatment and prevention

Piles Treatment and prevention

पाइल्स (बवासीर): बचाव एवं उपचार

आमतौर पर गुदा क्षेत्र में होने वाली किसी भी परेशानी को पाइल्स का नाम दे दिया जाता है जबकि इसके अतिरिक्त भी फिशर, फिस्टुला, पाइलोनिडल साइनस जैसी कई बीमारियां भी गुदा क्षेत्र में होती हैं।

कारण :– आमतौर पर विभिन्न गुदा रोगों के होने के निमन्लिखित कारण हो सकते हैं-

  • गलत खान पान
  • मैदा एवं तैलीय पदार्थों का अधिक सेवन
  • फाइबर रहित भोजन का सेवन
  • कब्ज का रहना
  • शौच के समय जोर लगाना
  • नियमित व्यायाम न करना

सामान्यत: पाइल्स या गुदा संबंधित बीमारियां किसी भी आयु वर्ग में हो सकती है परन्तु 30-60 वर्ष के आयु वर्ग में ये व्याधियां मुख्यतः होती हैं।

लक्षण:– गुदा रोगों से पीडित व्यक्ति में निम्न में से एक था अधिक लक्षण मिल सकते हैं:-

  • गुदा से रक्तस्राव (Bleeding from Anus)
  • मलत्याग के समय दर्द होना (Pain during Defecaton)
  • गुदा क्षेत्र या गुदा के अन्दर से मवाद आना (Pus Discharge)
  • गुदा मार्ग का संकुचित महसूस होना (Sphincter Spasm)
  • गुदा क्षेत्र में खुजली या जलन का होना (Itching / Burning)
  • गुदा से मस्से बाहर आना (Prolapse)

बचाव: बचाव इलाज से श्रेष्ठ होता है।
(Prevention is Better than Cure)

विभिन्न गुदा रोगों के होने का मुख्य कारण पेट संबंधित परेशानिया है। अगर किसी व्यक्ति का पाचन तंत्र कमजोर है या उसको लगातार कब्ज की शिकायत रहती है तो उसको गुदा रोग होने की संभावना अधिक रहती है अतः बचाव के लिए कब्ज नहीं होने देना चाहिए तथा निम्न बातों को अपनाना चाहिए

  • पानी अधिक पीयें
  • सलाद अधिक खायें
  • दूध, छाछ, नारियल पानी एवं हरी सब्जियों का अधिक सेवन करना चाहिए
  • कब्ज न होने दें
  • नियमित व्यायाम करें।

इसके अतिरिक्त यदि समस्या पुरानी है या खान पान के परहेज आदि लक्षणों में आराम नहीं मिलता है तो निकटतम गुदा रोग विशेषज्ञ से संपर्क कर जांच करानी चाहिए ।
प्रारंभिक अवस्था में बीमारी को आयुर्वेदिक औषधियो Conservative Treatment से ठीक किया जा सकता है यदि बीमारी गंभीर है या अधिक समय से है तो उस स्थिति में Surgical/Para surgical Procedures से उसको जड़ से ठीक किया जा सकता है। जिनमें आयुर्वेदिक क्षार सूत्र एक Time Tested एवं प्राचीन चिकित्सा विधि है जिससे विभिन्न गुदा रोग जैसे Piles, Fissure, Fistula को जड़ से ठीक किया जा सकता है।

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